ट्रेनिंग के लिए दिगर स्थान जाना पड़ा तो प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना में महिला आवेदकों को हो सकती है बड़ी परेशानी
संवाददाता हरी देवांगन
ट्रेनिंग के लिए दिगर स्थान जाना पड़ा तो प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना में महिला आवेदकों को हो सकती है बड़ी परेशानी, क्या योजना के नियम एवं शर्तों को लेकर आवेदक हो रहे हैं भ्रमित?
जिला उप मुख्यालय चांपा- आज जन-जन के जुबान में प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना को लेकर जमकर चर्चाओं का दौर चल रहा है, पुरुष हो या महिलाएं हर किसी के द्वारा इस योजना के आकर्षक स्वरूप को लेकर अशेष आवेदन जमा करने का दौर पर दौड़ चल रहा है, इसी के चलते चॉइस सेंटरों में( common service centre) लोग एड़ी चोटी का प्रयास कर सारे घरेलू कामकाज को त्यागते हुए ऑनलाइन पंजीयन के बाद प्रिंट आउट लेकर नगर पालिका अथवा ग्राम पंचायत में आवेदन जमा करने को लेकर बड़ी आपाधापी का माहौल देखने को मिल रहा है, इस योजना के तहत आवेदकों को (महिला या पुरुष) शासन प्रशासन के द्वारा योजना बद्ध ढंग से प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा इस दौरान नियमानुसार धन राशि के साथ ही प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भी दिया जाने वाला है ( नगदी अथवा ऑनलाइन अभी अस्पष्ट ) इसी बात को लेकर विशेष कर महिला आवेदकों का रुझान देखते ही बन रहा है,और चांपा क्षेत्र के सत प्रतिशत महिलाओं के द्वारा इस योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन भरने का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है!
इस योजना में आने वाला है एक बड़ा फास, जैसे की अधिकतर लोगों को जानकारी है कि शासन के द्वारा जिला प्रशासन के निगरानी में आवेदकों को उनके अनुभव से संबंधित कार्य के अधीन उन्हें बेहतर प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाने वाला है इस दौरान प्रोत्साहन धनराशि के साथ प्रशिक्षण उपरांत प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा,यहां अपुष्ट खबरों के अनुसार स्पष्ट कर दे की चांपा नगर के महिला आवेदकों को इस बात पूरा जानकारी सहित विश्वास था कि उन्हें योजना के तहत प्रशिक्षण देने का कार्य चांपा के ही किसी चिन्हित स्थान अथवा उनके वार्ड क्षेत्र में दिया जाएगा लेकिन सूत्रों से मिली अपुष्ट जानकारी के अनुसार यह बताया जा रहा है कि जिला प्रशासन के द्वारा योजना बद्ध तरीके से आवेदिको को जिला मुख्यालय जांजगीर में (ट्रेनिंग) प्रशिक्षण दिया जाने वाला है,यह सुनने और समझने के बाद विशेष कर महिला आवेदकों को सकते में डाल देने वाली कहे तो कोई गलत नहीं होगी, अधिकतर महिलाएं घर परिवार सहित छोटे बच्चों का पालन पोषण करने वालों के बीच में से आवेदन करने वालों की संख्या बहुतायात में है, ऐसी स्थिति में उन्हें ट्रेनिंग के लिए जिला मुख्यालय में जाना पड़ा तो निः संदेह प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना के सारे जनहितकारी योजना अव्यवस्था के खाई में गिरने वाला है,और इसमें महिला आवेदकों का बड़ी संख्या में मोह भंग हो सकता है, सवाल यह उठेगा कि आगामी दिनों में भीषण गर्मी का दौरा आने वाला है ऐसी स्थिति मेंअपने नगर में ट्रेनिंग को छोड़कर दूसरे जगह में ट्रेनिंग के लिए क्या महिलाएं अन्यत्र जाने का मन बना पाएंगे,और क्या यह व्यावहारिक होगा,यह भी बात कहा जा रहा है कि हम अपने क्षेत्र अथवा वार्ड को छोड़कर ट्रेनिंग के लिए किसी दूसरे स्थान में आखिरकार क्यों जाएं,जैसे अनेक बातें महिला आवेदकों के मन में रह रह कर बिजली की भांति कौंध रहा है,हम यहां पुनः स्पष्ट कर दे कि आवेदकों को ट्रेनिंग के लिए जिला मुख्यालय ही जाना पड़ेगा,यह जानकारी फिलहाल अपुष्ट है और चैनल इस बात की पुष्टि फिलहाल नहीं करता,पर यदि ऐसा हुआ तो प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना औधे मुंह गिरने वाला है,और फ्लॉप शो साबित हो सकता है।