गौरेला पेंड्रा मरवाही

धरती के ‘भगवानों’ का चमत्कार,आहार नली से क्वाइन निकाल, दी नई जिंदगी

मुख्य संपादक-लखन देवांगन/संवाददाता-हरी देवांगन

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही डॉक्टर को यू ही धरती का भगवान नहीं कहा जाता, ऐसा ही कुछ वाक्या गौरेला पेंड्रा मरवाही के जिला अस्पताल में देखने को मिला, अस्पताल प्रबंधन से प्राप्त जानकारी अनुसार बीते 2 मई को जिले के बेदरचुवां गांव की 4 साल की बच्ची संस्कृति ने 5 रुपये का सिक्का निगल गई थी,सिक्का निगलने और उसके बाद उल्टी की शिकायत के साथ एमरजेंसी में आनन फानन में भर्ती कराया गया था, डॉक्टरों ने तुरंत छाती का एक्स-रे किया, जिसके बाद x ray को देखने से मालूम हुआ कि बच्ची की आहार नली में सिक्का फंसा हुआ है, समय और हालात को देखते हुए  ऐसे प्रकरणों का अनुभव के आधार पर फोलीज कैथेटर के माध्यम से ऑपरेशन थियेटर में सतत निगरानी करते हुए सिक्के को निकालने में कामयाबी मिली,फिलहाल बच्ची खतरे से बाहर है और पूरी तरह से स्वस्थ्य है. उसे जिला अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. जिला अस्पताल के सिविल सर्जन भगवती चंद्रा, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ भरत भूषण त्रिपाठी के मार्गदर्शन में डॉ विपिन डॉ ओशिन,डॉ नेहा और डॉ पुष्पा और स्टाफ का बडा योगदान रहा, चिकित्सकों ने इसी संदर्भ में आम जनता को आगाह करते हुए स्पष्ट किया कि यदि कभी दुर्भाग्य से ऐसे हालात का सामना किसी माता-पिता को करना पड़ता है, तो वे किसी भी किस्म का रिस्क लेने अथवा टोना टोटका करने के बजाए तत्काल नजदीकी चिकित्सालय में जाकर परामर्श सही इलाज लेने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता, और यही वजह है कि आज बच्ची का इस चिकित्सालय में सफलतम इलाज कर घर रवाना कर दिया गया

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