विश्व श्रवण दिवस पर ऑनलाइन परिचर्चा
दिव्यांगों के सबलता का पर्याय सक्षम द्वारा विश्व श्रवण दिवस पर ऑनलाइन परिचर्चा आयोजित
सक्षम अपने नाम के अनुरूप दिव्यांगों का जीवन कर रहा साकार
मुख्य संपादक लखन देवांगन/संवाददाता हरी देवांगन
3/3/2024 को सायंकाल 7 बजे गूगल मीट पर विश्व श्रवण दिवस के उपलक्ष्य में सक्षम जिला जांजगीर चांपा द्वारा ऑनलाइन परिचर्चा का आयोजन किया गया,कार्यक्रम की अध्यक्षता सुश्री अनुराधा राठौर प्रमुख वक्ता डॉ नमिता कुर्रे ऑडियोलॉजिस्ट जिला अस्पताल बैकुंठ पुर मुख्य अतिथि श्री अनूप पांडेय प्रांतीय सचिव श्रीमती अंजली चावड़ा प्रांतीय सह सचिव डॉक्टर राजेश अवस्थी सिविल सर्जन जिला अस्पताल बलौदा बाजार रहे, कार्यक्रम के प्रारंभ में संगठन मंत्र का पाठ डा. कमल किशोर कौशिक के मधुर वाणी से हुआ, सक्षम गीत सुश्री कमला सोनी और रोशनी सराफ ने प्रस्तुत किया, प्रमुख वक्ता डॉक्टर नमिता कुर्रे ऑडियोलॉजिस्ट ने कान की आंतरिक संरचना सुनने की प्रक्रिया कान में होने वाली सामान्य बीमारियों बधिरता के कारणों इसके शीघ्र पहचान उपचार एवं बधिरता नियंत्रण हेतु आवश्यक उपायों पर विस्तार से जानकारी दी, तदुपरांत उपस्थित कार्यकर्ताओं की शंका समाधान भी उन्होंने प्रश्नोत्तर के माध्यम से दिया मुख्य अतिथि श्री अनूप पांडेय ने सक्षम जिला जांजगीर चांपा द्वारा आयोजित कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए भविष्य में भी इसी प्रकार की ज्ञान वर्धक कार्यक्रम हेतु प्रयास करने हेतु आह्वान किया, सक्षम जिला जांजगीर चांपा की ओर से डॉक्टर कमल किशोर कौशिक ने आभार प्रकट किया, कोषाध्यक्ष श्री गणेश सराफ जी द्वारा शांति मंत्र का पाठ किया गया, कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर संतोष सोनी ने किया,कार्यक्रम में सक्षम जिला बिलासपुर से जिला सचिव श्री निर्मल घोष श्री राजेश पांडेय प्रो. प्रतिभा मिश्रा कु श्रुति सुश्री अलका जी सक्षम बलौदा बाजार के कार्यकर्ता सक्षम जिला जांजगीर चांपा से श्री गणेश मांझी श्री सुनील तिवारी डॉक्टर अजय पटेल श्री विनोद यादव डॉक्टर विजय चंद्रा डा. आशीष जायसवाल छाया डडसेना रोशनी सराफ श्रीमति प्रीति सराफ ने सहभागिता निभाई, सक्षम जिला जांजगीर चांपा ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से दिव्यांगों के सर्वांगीण विकास कर उन्हें समाज की मुख्य धारा में जोड़ने हेतु प्रयास करती रही है, संस्था द्वारा नेत्र दान एवं रक्त दान हेतु जन जागरूकता अभियान को अनवरत जा रहा है, जिसमें सक्षम संस्था के सदस्य एवं पदाधिकारी अंत तक प्रयास करते हुए इस पुनीत कार्य के पथीक बने हुए हैं।