पूर्व में बने आयुष्मान कार्ड का रेनवाल (update) करना भी कर ले सुनिश्चित, इस संदर्भ में जानकारी का अभाव बन सकता है परेशानी का कारण
मुख्य संपादक लखन देवांगन/संवाददाता हरी देवांगन
जिला उपमुख्यालय चांपा- गौरतलब है कि इन दोनों प्रदेश के कोने कोने में नया आयुष्मान कार्ड का पंजीयन सहित निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है, और आयुष्मान कार्ड निर्माण को लेकर मेगा शिविर का आयोजन भी किया जा रहा है,पर यहां पर एक बात प्रचार प्रसार में कमी के चलते जनमानस को ज्ञात नहीं हो पा रहा है कि पूर्व में बने हुए डॉक्टर खूबचंद बघेल अथवा केंद्र सरकार द्वारा संचालित आयुष्मान कार्ड का रेनवाल करते हुए (update procedure) प्रिंट आउट लेकर नया कार्ड अपने पास रखना जरूरी हो गया है, इस संदर्भ में सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कई मौको पर देखने में आया है, कि लोगों का आयुष्मान कार्ड किन्हीं कारणों के चलते नहीं चल पाया या फिर चिन्हित चिकित्सालय के सिस्टम मेंअपडेट नहीं आने से मरीज सहित परिजनों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा, जिसे ध्यान में रखकर पूर्व में बने हुए आयुष्मान कार्ड को अपडेट करते हुए (renewal)अपने क्षेत्र में चल रहे हैं मेगा शिविर में जाकर अथवा चॉइस सेंटर में नया कार्ड प्राप्त किया जा सकता है,जिसे लेकर ज्यादा प्रचार-प्रसार के दौरान रेनवाल (latest update) संबंधी बातों का जिक्र नहीं की नहीं हुआ है, या फिर जनता के द्वारा इस तथ्य को बेहतर ढंग से समझे नहीं जाने के कारण से लोग रेनवाल (अपडेट) संबंधी बातों से अनभिज्ञ बने रहने से लोग इस पर ध्यान नहीं दे रहे थे इस संदर्भ में चांपा पालिका के प्रभारी अधिकारी से चर्चा करने पर ज्ञात हुआ कि पहले से बने हुए आयुष्मान कार्ड का चिन्हित स्थानों पर जाकर अपडेट करते हुए नया प्रिंट आउट (copy)कार्ड बनवा लेना अब ज्यादा जरूरी हो गया है,ताकि समय आने पर मरीज और अथवा परिजनों को किसी भी प्रकार का परेशानियों से निजात मिल सके, यहां पुनः स्पष्ट कर दें कि जिन हितग्राहियों का आयुष्मान कार्ड नहीं बन पाया है उन्हें उपयुक्त शिविर में आधार कार्ड, राशन कार्ड,मोबाइल आदि को लेकर आयुष्मान कार्ड बड़ी आसानी से बनवाया जा सकता है,आयुष्मान कार्ड निर्माण को लेकर यह प्रक्रिया 1 जनवरी से प्रारंभ किया जा चुका है जो निकट दिनों में मेगा शिविरों का आयोजन समाप्त होने पर इसे संबंधित चॉइस सेंटर में भी जाकर बनवाया जा सकता है, पर मौके की नजाकत को देखते हुए शिविर में उपस्थित होकर निशुल्क में बनवाकर प्राप्त किया जा सकता है।