पवनसूत बाल हनुमान जी ने 200 वर्ष पुराना अपना सिंदुरी चोला छोड़ा
नगर के ऐतिहासिक स्थल हटवाड़ा चौक में पवनसूत बाल हनुमान जी ने 200 वर्ष पुराना अपना सिंदुरी चोला छोड़ा
संवाददाता हरी देवांगन
जिला उप मुख्यालय चांपा इस संदर्भ में विस्तृत रिपोर्ट देते हुए शशिभूषण सोनी बताया कि सर्व दुःखों का नाश करने वाले बाल स्वरुप में आज से लगभग 200 पुरानी प्रसिद्ध हनुमान जी की मूर्ति हनुमान चौक ,कसेर पारा ,चांपा में स्थापित की गई थी,जिसे अधूरे पड़े मंदिर का निर्माण कार्य धर्म प्रेमी प्यारे लाल सोनी तथा बाद में जीर्णोद्धार का कार्य कृष्णपाल सोनी द्वारा करवाया गया था,
धार्मिक आस्था रखने वाले शशिभूषण सोनी ने बताया कि यह मंदिर लोगों के लिए आस्था का केंद्र बन गया था और हर मंगलवार और शनिवार को आरती में सैकड़ों श्रद्धालु भक्त उमड़ते रहे हैं, प्रतिदिन यहां हनुमान जी की मूर्ति की पूजा-अर्चना होते आ रही थी आज़ सुबह-सुबह हनुमान जी की पूजा हुई और अचानक भारी भरकम चोला हनुमान जी ने स्वयं उतार दी और इस दौरान (पहने वस्त्र)उतारते किसी की नज़र भी नहीं लगी और ना ही किसी प्रकार की टूट-फूट अथवा छेड़खानी की अंश तक नही हुई , एकाएक चोला उतारने के बाद अंदर से पुराना सिक्का और चांदी का नयन की प्राप्ति होने से धार्मिक जन चर्चा का माहौल देखते ही बन गया है जिसमें एक सिक्का सन् 10835 का भी मिला इससे यह जानकारी मिलता हैं कि मूर्ति 200 वर्ष प्राचीन हैं । चोला उतरते ही 200 साल पुरानी बाल हनुमान की मूर्ति प्रकट हो गई हैं,यह जानकारी और अद्भुत घटना की बात चंद ही घंटों में पूरा अंचल में फैलने के बाद बाल हनुमान जी का दर्शन-पूजन करने श्रद्धालु भक्तों का हनुमान चौक ,चांपा में तांता लगा हुआ हैं , यहां प्रसंग वश बताते चलें कि इस तरह की हनुमान जी के मूर्ति से जुड़ी हुई अद्भुत घटना इसके पहले आंचल तो क्याप्रदेश में कहीं भी देखने सुनने को नहीं मिला है जिसके चलते लोग श्रद्धा एवं विश्वास में नत मस्तक होने के लिए मंदिर की ओर खींचे चले आ रहे हैं और वहां पर श्रद्धालु एवं भक्तों का भीड़ बना हुआ है।