(संवाददाता लखन देवांगन/ हरी देवांगन)
चिकित्सालय छोटा हो या बड़ा,जहां अपनी सेहत में सुधार को लेकर मरीज और उनके परिजन चले आते हैं,और यदि ऐसे संवेदनशील स्थान भी असुरक्षित होने लगे तो सुरक्षा पर सवाल उठना लाजिमी हो जाता है,और ऐसी ही घटना देखने सुनने को मिला न्याय धानी बिलासपुर के अति सुरक्षित अपोलो हॉस्पिटल में जहां गुरुवार शाम शार्ट सर्किट होने से ICU में (इंटेंसिव केयर यूनिट) आग लगने से अफरातफरी मच गई,आग लगने की जानकारी मिलते ही पुलिस के साथ ही फायर बिग्रेड और SDRF की टीम पहुंची और आग को काबू में कर लिया गया, पर घटना के परिणाम स्वरूप धुआँ भर जाने से मरीजों को बड़ी दिक्कत हो रही थी, इस कारण अस्पताल के खिड़कियों के कांच को तोड़ा गया, मिली जानकारी के अनुसार जिस समय आईसीयू में आग लगी उस समय वहां 50 से 60 मरीज भर्ती थे,जिन्हें तत्काल सुरक्षित दूसरे वार्डो में शिफ्ट किया गया, इस संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार यूनिट में भर्ती मरीज तथा परिजन सुरक्षित बताए जाते हैं,यह तो सुखद है कि चिकित्सालय प्रबंधन सहित जिला प्रशासन के द्वारा तत्काल कदम उठाने से स्थिति को नियंत्रित किया जा सका,पर सवाल यह उठता है यदि अति संवेदनशील चिकित्सालय वह भी आईसीयू जैसे यूनिट में भी आगजनी की घटना होने लगी तो फिर मरीज और उनके परिजन आखिरकार कहां सुरक्षित बचे रह सकेंगे, यह बड़ा सवाल जिम्मेदारों सहित जिला प्रशासन के माथे पर शिकन लाने वाला है, फिर हाल अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर के आईसीयू यूनिट में आग लगने की घटना शॉर्ट सर्किट से ही हुई इस बात की हम पुष्टि नहीं करते।