चांपा उप डाकघर में बनेगा नया आधार कार्ड और होगा नवीनीकरण
सुविधा संपन्न चांपा उप डाकघर में बनेगा नया आधार कार्ड और होगा नवीनीकरण, आधार कार्ड के नाम पर लूट खसोट पर लगेगा विराम
मुख्य संपादक लखन देवांगन/संवाददाता हरी देवांगन
जिला उप मुख्यालय चांपा- यह तो जग जाहिर है नया आधार कार्ड सहित नवीनीकरण (update) कराने के लिए हमें क्या कुछ पापड़ नहीं बेलने पड़ते है, चॉइस सेंटर वाले भैया जब जहां जितना बोले अपनी जरूरत को हम पूरा करने के लिए भुगतान करने के लिए विवश हो जाते हैं,और ऐसे ही कई सालों से हमें देखने सुनने को मिलता रहा है,कथित चॉइस सेंटरों में नियम कायदा कानून का हवाला दे आम जनता को लूटने का नया-नया जरिया इजाद किया जा चुका है, लेकिन अब इसी के मध्य नजर चांपा उप डाकघर में सुविधा जुटाते हुए बच्चों का नया आधार कार्ड पंजीयन सहित नवीनीकरण करने के लिए अब हितग्राहियों को यहां वहां भटकना नहीं पड़ेगा,बल्कि सरकार द्वारा तय मूल्य पर नवीनीकरण का कार्य बड़ी ही सरलता एवं उचित दर लेकर संपन्न किए जाने के लिए सुविधा संपन्न बनाने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है, यहां बताते चलें कि बच्चों का नया आधार कार्ड बनाने के लिए यहां किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना होगा पर जैसे नवीनीकरण (update) नाम पता उम्र जन्म दिनांक मैं किसी भी प्रकार का परिवर्तन कराने के लिए सरकारी मूल्य ₹50 का शुल्क देकर अपडेट( update) कराया जा सकता है यह सुविधा हो जाने के बाद चांपा ही नहीं बल्कि आसपास के आने वाले ग्रामीण क्षेत्र से हितग्राहियों को बड़ी राहत की उम्मीद की जा रही है,क्योंकि चांपा डाकघर में निर्धारित मूल्य पर सेवा शुल्क लेकर आधार कार्ड से संबंधित जरूरी कार्य संपन्न अब किया जाने वाला है, जिसके चलते जरूरतमंदों को लूट का शिकार नहीं होना पड़ेगा, इसके पहले भी डाकघर सहित कई अन्य बैंकों को आधार कार्ड से संबंधित कार्य के लिए चिन्हांकित किया गया था लेकिन विभिन्न कारणों के चलते यह सुविधा इन स्थलों पर उपलब्ध नहीं हो पा रहा था और यदि कुछ स्थान अथवा बैंकों में यह कार्य संपन्न हो रहा था तो वहां अत्यधिक भीड़ के कारणों से हितग्राहियों को कई तरह के परेशानियों का सामना करना पड़ता था, इसलिए वे चॉइस सेंटरों का रुख करते थे, जहां उन्हें जमकर लूट का शिकार होना पड़ता था, लेकिन अब चांपा डाकघर में यह सुविधा उपलब्ध होने के बाद इस तरह से हितग्राहियों के साथ हो रही लूट खसोट पर अब पूर्णतया विराम लग जाएगा या फिर कथित चॉइस सेंटर के संचालक नियम पूर्वक शुल्क लेने के लिए उन्हें विवश होना पड़ेगा।
जिला प्रशासन के लापरवाहियों का नतीजा भोगते हैं हितग्राही बताया जाता है कि जिले में संचालित हो रहे समस्त चॉइस सेंटरों का लेना-देना जिला प्रशासन के अधीन होता है, निर्देशानुसार उन्हें अपना कार्य संपन्न करने का आदेशजारी किया जाता है, लेकिन जिले में जितने भी चॉइस सेंटर संचालित हो रहे हैं वहां होने वाले कार्य अथवा सेवा शुल्क के संदर्भ में किसी भी प्रकार की जानकारी फ्लेक्सी अथवा बोर्ड नहीं लगाए जाने के चलते कई चॉइस सेंटर के संचालक आम जनता से जमकर वसूली सहित लूट खसोट करने से बाज नहीं आ रहे थे,जबकि नियमानुसार चॉइस सेंटर में संपन्न होने वाले कार्यों का सेवा शुल्क अंकित किया जाना चाहिए, लेकिन जिला प्रशासन के संबंधित विभाग की घोर लापरवाहियों के चलते किसी भी चॉइस सेंटरों में सेवा शुल्क का लिस्ट प्रदर्शित नहीं होने के चलते जमकर लूट खसोट को अंजाम दिया जा रहा है।